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पन्ना धाय|PANNA DHAAY | पन्ना धाय: मेवाड़ की अमर त्यागमूर्ति |Sacrificial Mother of Mewar|

पन्ना धाय|PANNA DHAAY |  पन्ना धाय: मेवाड़ की अमर त्यागमूर्ति |Sacrificial Mother of Mewar|

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PANNA DHAAY  पन्ना धाय का बलिदान भारतीय इतिहास की सबसे महान त्याग गाथाओं में से एक है। जानिए कैसे एक धाय माँ ने अपने पुत्र की बलि देकर मेवाड़ के उत्तराधिकारी महाराणा उदयसिंह की रक्षा की। परिचय (Introduction) भारतीय इतिहास में कुछ नाम ऐसे हैं जो त्याग, निष्ठा और मातृत्व…

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संत राना बाई |राजस्थान की दूसरी मीरा |SANT RANA BAI |RAJASTHAN KI DOOSRI MEERA

संत राना बाई |राजस्थान की दूसरी मीरा |SANT RANA BAI |RAJASTHAN KI DOOSRI MEERA

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संत राना बाई (Sant Rana Bai) का जीवन, जन्म, भक्ति, चमत्कार और समाधि स्थल। Rajasthan की दूसरी मीरां और महान कृष्ण भक्त महिला संत का इतिहास। परिचय (Introduction) राजस्थान की संत परंपरा में संत राना बाई का नाम श्रद्धा और भक्ति से लिया जाता है। उन्हें "राजस्थान की दूसरी मीरां"…

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राणी सती मंदिर झुंझुनूं : इतिहास, मेला और महत्व | Rani Sati Temple Jhunjhunu Rajasthan

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राणी सती मंदिर झुंझुनूं (राजस्थान) का प्रसिद्ध आस्था स्थल है। रानी सती दादीजी की कथा, भाद्रपद अमावस्या का मेला, और इनके परिवार की 13 सतियाँ – पढ़ें पूरा इतिहास और महत्व। रानी सती का परिचय (Introduction of Rani Sati) नाम: नारायणी बाई पति: तिनधन दास परिवार: कुल 13 स्त्रियाँ सती…

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जीण माता मंदिर सीकर : इतिहास, महत्व और मेला | Jeen Mata Temple Sikar Rajasthan

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जीण माता मंदिर सीकर (राजस्थान) चौहानों की कुलदेवी का मंदिर है। यहाँ अष्टभुजी प्रतिमा, लोकगीत, और चैत्र-आसोज नवमी का मेला विशेष प्रसिद्ध है। पढ़ें पूरा इतिहास, कथा और यात्रा गाइड। जीण माता का परिचय (Introduction of Jeen Mata) पूरा नाम: जयन्तीमाला स्थान: सीकर से 15 किमी दक्षिण, रैवासा गाँव परिवेश:…

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नारायणी माता मंदिर अलवर : इतिहास, महत्व और विवाद | Narayani Mata Temple Alwar

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नारायणी माता मंदिर अलवर, राजस्थान सरिस्का जंगलों के पास स्थित है। यह मंदिर करमेती सती की कथा, आस्था, और नाई-मीणा समुदाय के विवाद के कारण प्रसिद्ध है। पढ़ें पूरा इतिहास, महत्व और FAQs। इतिहास (History of Narayani Mata Temple) स्थान: बरवां डूंगरी, राजगढ़ तहसील, अलवर परिवेश: सरिस्का टाइगर रिज़र्व जंगलों…

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ब्राह्मणी माता मंदिर, बारां – दुनिया का अनोखा मंदिर जहाँ होती है पीठ की पूजा

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ब्राह्मणी माता मंदिर बारां  (सोरसन ) – अनोखा प्राचीन मंदिर जहाँ देवी की पीठ की पूजा होती है। इतिहास, महत्व, गधों का मेला और FAQs। परिचय / Introduction स्थान: सोरसन ग्राम, बारां जिला, राजस्थान विश्व का अनोखा मंदिर देवी के अग्रभाग की नहीं, केवल पीठ की पूजा धार्मिक + सांस्कृतिक…

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जिलाणी माता | Jilani Mata | अलवर की वीरांगना लोकदेवी का इतिहास व मंदिर

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जिलाणी माता अलवर – यादवों की रक्षक वीरांगना गूर्जरी ‘जिलाणी’ की कहानी। बहरोड़ मंदिर, मेला, इतिहास, महत्व व FAQs। जानें जिलाणी माता मंदिर का पूरा विवरण। परिचय / Introduction अलवर (Rajasthan) की लोकदेवी वीरांगना गूर्जरी जिलाणी (Jilani Mata / Lokdevi Jilani) मुस्लिम आक्रमण काल की कथा बहरोड़ मंदिर व लोक…

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आई माता बिलाड़ा| सीरवी समाज की कुलदेवी, इतिहास, मंदिर और धार्मिक महत्व

आई माता बिलाड़ा| सीरवी समाज की कुलदेवी, इतिहास, मंदिर और धार्मिक महत्व

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आई माता बिलाड़ा , जिन्हें सीरवी समाज की कुलदेवी माना जाता है, जोधपुर जिले के बिलाड़ा कस्बे में पूजित हैं। बीका डाभी की पुत्री आई, भक्त रैदास और बाबा रामदेव की शिष्या रही। कहा जाता है कि मांडू का बादशाह इन्हें अपनी बेगम बनाना चाहता था, लेकिन उन्होंने तपस्या के…

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आवड़ माता जैसलमेर हिंगलाज देवी का अवतार, इतिहास, कुलदेवी महत्व और चरजा परंपरा

आवड़ माता जैसलमेर हिंगलाज देवी का अवतार, इतिहास, कुलदेवी महत्व और चरजा परंपरा

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आवड़ माता जैसलमेर  जिन्हें हिंगलाज माता का अवतार माना जाता है, जैसलमेर जिले की प्रसिद्ध देवी हैं। चारण समाज द्वारा पूजित यह देवी भाटी राजवंश की कुलदेवी भी हैं। तेमड़ा भाखर पर स्थित स्थान के कारण इन्हें ‘तेमड़ाताई’ कहा जाता है। आवड़ माता को राक्षसों का संहार करने, अथाह जल…

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मोदरां माता जालौर | Modran Mata |आशापुरी देवी का इतिहास, कुलदेवी परंपरा और मंदिर महत्व

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मोदरां माता जालौर, जिन्हें आशापुरी देवी कहा जाता है, जालौर जिले की प्रसिद्ध कुलदेवी हैं। 1143 ई. में कच्छ भुज से पोकरण आई आशापुरी माता का मंदिर ‘महोदरी’ या बड़े उदर वाली माता के नाम से विख्यात है। सोनगरा चौहान शासकों की कुलदेवी होने के साथ-साथ बिस्सा जाति और अन्य…

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Shitala mata/ Shitala Ashtami/ rajasthan ki lokdevi/ शीतला माता/ चाकसू जयपुर/ राजस्थान की लोक देवी

शीतला माता मंदिर | Shitala Mata | जोधपुर एवं जयपुर – इतिहास, कथा, महत्व और शीतलाष्टमी व्रत Smart Notes |Essential Gk

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शीतला माता मंदिर, जोधपुर व जयपुर का इतिहास, कथा, धार्मिक महत्व, शीतलाष्टमी, बास्योड़ा परंपरा और देवी की विशेष मान्यताओं की पूरी जानकारी। परिचय  देवी: शीतला माता (शीतलता प्रदान करने वाली) अन्य नाम: मातामाई, महामाई, माई अनामा, सैढ़ल माता प्रमुख मंदिर: जोधपुर (कागा क्षेत्र), जयपुर (चाकसू शील डूंगरी) महत्व: चेचक निरोधक…

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जमवाय माता | Jamvay mata | – इतिहास, पौराणिक कथा, कुलदेवी और यात्रा मार्गदर्शिका Quick Recall | Boost learning

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जमवाय माता मंदिर, जयपुर से 33 किमी दूर अरावली पर्वतमाला में स्थित शक्तिपीठ। जानें इसका इतिहास, पौराणिक कथा, कछवाहा वंश की कुलदेवी, परिक्रमा का महत्व और यात्रा मार्ग।   परिचय  मंदिर: जमवाय माता शक्तिपीठ स्थान: जयपुर से ~33 किलोमीटर पूर्व, जमवा रामगढ़ बांध के निकट परिवेश: अरावली पर्वतमाला, सुरम्य पहाड़ी…

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कैवाय माता मंदिर|kevay Mata | किणसरिया (नागौर) – इतिहास, शिलालेख, महत्व और दर्शन मार्गदर्शिका

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नागौर जिले के किणसरिया गाँव स्थित कैवाय माता मंदिर का इतिहास, शिलालेख, स्थापत्य, धार्मिक महत्व और दर्शन मार्गदर्शिका। जानिए प्राचीन मंदिर की  परिचय स्थान: किणसरिया गाँव, नागौर पर्वतमाला: अरावली से परिवेष्टित ऊँचाई: लगभग 1000 फीट प्रसिद्धि: कैवाय माता का प्राचीन मंदिर धार्मिक महत्त्व: नवरात्र, विवाह, मनोतियाँ किणसरिया गाँव का परिचय…

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