Mandana – मांडणे : राजस्थान की पारंपरिक मांगलिक कला और सांस्कृतिक प्रतीक

Mandana मांडणे राजस्थान की पारंपरिक मांगलिक लोककला है जो आंगन और द्वार पर शुभता, समृद्धि और धार्मिकता का प्रतीक मानी जाती है।

1. Meaning and Origin of Mandana – मांडणे का अर्थ और उत्पत्ति

“मांडणा” शब्द का अर्थ है चित्रित या लिखित मांगलिक चित्र।

यह पारंपरिक लोककला मुख्यतः राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचलित है।

आंगन और द्वार पर बनाए जाने वाले ये चित्र श्री, सौभाग्य और समृद्धि के प्रतीक हैं।

सबसे छोटा मांडणा होता है स्वास्तिक, जो गणेशजी का प्रतीक माना जाता है।

लक्ष्मीजी के पदचिह्न (चरण कमल) भी मांडणे के प्रमुख रूपों में से एक हैं।

2. Materials Used – मांडणे बनाने की सामग्री

1. सफेद खड़िया (chalk)

2. हिरमिच (local white soil)

3. गेरू (red ochre)

4. मिट्टी और गोबर से लिपा हुआ आंगन

5. सूखने से पहले ही इनसे आकृतियाँ बनाई जाती हैं।

3. Main Motifs and Designs – प्रमुख आकृतियाँ और प्रतीक

स्वास्तिक (Sathiya) – गणेशजी का प्रतीक।

पदचिह्न (Footprints) – लक्ष्मीजी के आगमन के प्रतीक।

फलड़ियां (Phuldiya) – फूलों के रूप में सौंदर्य का प्रतीक।

बीजणी (Fan Design) – स्त्रियों द्वारा शीतलता और सेवा का प्रतीक।

चौक, चौपड़, गलीचा, डमरू, दीपक, गाय के खुर – सामाजिक और धार्मिक जीवन के चिह्न।

4. Mandana and Festivals – त्यौहारों से जुड़ी मांडणे परंपरा

दीपावली: लक्ष्मीजी के पगल्या, दीपक और साट्या जोड़।

हरियाली तीज: विभिन्न फूल और फलड़ियां।

मकर संक्रांति: फीणी का अलंकरण।

चैत्र नवरात्रि: माता शीतला के प्रतीक चित्र।

होली: चैकड़ी नामक मांडणा, चार कोणों वाला।

विवाह: मंडप में बनाया गया विशेष मांडणा ताम कहलाता है।

5. Regional Variations – क्षेत्रीय भिन्नताएँ

क्षेत्र स्थानीय नाम

गुजरात सातियाँ

महाराष्ट्र रंगोली

बंगाल अल्पना

उत्तर प्रदेश सोन या चौक पूरना

बिहार अपहन

ब्रज साँझा

केरल अत्तापु

तमिलनाडु कोलम

बाड़मेर का मोरिया (मोर आकृति) विशेष प्रसिद्ध है।

मीणा जनजाति की महिलाएँ “मोरड़ी मांडणा” बनाती हैं।

6. Cultural Significance – सांस्कृतिक महत्व

मांडणा केवल सजावट नहीं, बल्कि श्रद्धा, परंपरा और सौंदर्यबोध का प्रतीक है।

यह लोकजीवन में धार्मिकता और सामाजिक एकता का भाव जगाता है।

हर मांडणा किसी न किसी देवी-देवता, ऋतु, या मांगलिक कार्य से जुड़ा होता है।

यह ग्रामीण महिलाओं की सृजनशीलता और कलात्मक अभिव्यक्ति को दर्शाता है।

आधुनिक युग में भी यह कला राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान के रूप में जीवित है।

सारांश (Summary)

मांडणा राजस्थान की पारंपरिक लोककला का जीवंत उदाहरण है, जो धार्मिक, सांस्कृतिक और सौंदर्यपरक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह चित्रांकन घर के आंगन, दीवारों और द्वारों पर बनाया जाता है और शुभता, समृद्धि तथा देवत्व का प्रतीक माना जाता है। सबसे प्रमुख मांडणा स्वास्तिक होता है जो गणेशजी का प्रतीक है, वहीं लक्ष्मीजी के पदचिह्न उनके आगमन का प्रतीक बनते हैं। मांडणे में प्रयुक्त आकृतियाँ जैसे फलड़ियां, बीजणी, चौक, डमरू, दीपक आदि लोकजीवन की गहराइयों को दर्शाती हैं। विशेष त्यौहारों जैसे दीपावली, होली, तीज और विवाह में इनके विशिष्ट रूप बनाए जाते हैं। यह परंपरा राजस्थान के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी अलग-अलग नामों से जानी जाती है, जैसे रंगोली, अल्पना, कोलम आदि। यह कला ग्रामीण महिलाओं की सृजनशीलता, श्रद्धा और सांस्कृतिक पहचान को अमर करती है, जो भारतीय लोकसंस्कृति की आत्मा को प्रकट करती है।

Facts Table (तथ्य तालिका)

तथ्य   विवरण
सबसे छोटा मांडणा स्वास्तिक, गणेशजी का प्रतीक
 प्रमुख सामग्री सफेद खड़िया, गेरू, हिरमिच
 प्रमुख त्यौहार  दीपावली, होली, हरियाली तीज
 विवाह मांडणा  ताम 
मीणा जनजाति  कला मोरड़ी मांडणा (मोर आकृति)

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. What is Mandana art? / मांडणा कला क्या है?

Mandana is a traditional folk art of Rajasthan made on courtyards and walls symbolizing prosperity and devotion.

Q2. Which is the smallest Mandana design? / सबसे छोटा मांडणा कौन सा होता है?

The smallest Mandana is the Swastik, symbolizing Lord Ganesha.

Q3. Which materials are used in Mandana? / मांडणे बनाने में क्या उपयोग होता है?

White chalk (khadiya), red ochre (geru), and clay are used.

Q4. What is the cultural meaning of Mandana? / मांडणे का सांस्कृतिक महत्व क्या है?

It represents faith, prosperity, and feminine creativity in Rajasthani culture.

Q5. Which festival is associated with Mandana art? / कौन-कौन से त्यौहारों में मांडणे बनते हैं?

Deepawali, Holi, Teej, and Navratri.

Q6. What is “TAM” in Mandana tradition? / ताम क्या है?

Mandana made at the marriage mandap is called “TAM”.

Q7. What is special about Barmer Mandana? / बाड़मेर का मांडणा विशेष क्यों है?

It includes the “Moria” design resembling a peacock.

Q8. What is “Moradi Mandana”? / मोरड़ी मांडणा क्या है?

It is the peacock-shaped Mandana made by Meena tribal women.

Q9. What are other names of Mandana in India? / भारत के अन्य राज्यों में मांडणे को क्या कहते हैं?

Rangoli (Maharashtra), Alpana (Bengal), Kolam (Tamil Nadu), Attapu (Kerala).

Q10. How old is the Mandana tradition? / मांडणा परंपरा कितनी पुरानी है?

It is believed to be thousands of years old, continuing since ancient rural traditions.

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