राणी सती मंदिर झुंझुनूं (राजस्थान) का प्रसिद्ध आस्था स्थल है। रानी सती दादीजी की कथा, भाद्रपद अमावस्या का मेला, और इनके परिवार की 13 सतियाँ – पढ़ें पूरा इतिहास और महत्व।
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Toggleरानी सती का परिचय (Introduction of Rani Sati)
पति: तिनधन दास
परिवार: कुल 13 स्त्रियाँ सती हुईं
लोकप्रिय नाम: दादीजी
पूजा स्वरूप: चण्डिका रूप में
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रानी सती की कथा (Legend of Rani Sati)
पति की मृत्यु → रानी सती ने प्राणोत्सर्ग किया
सती होने के बाद पूजा देवी स्वरूप में शुरू
आस्था स्थल बना → झुंझुनूं में मंदिर स्थापना
परिवार की 13 अन्य स्त्रियाँ भी सती
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धार्मिक महत्व (Religious Significance)
सती परंपरा से जुड़ा स्थान
चण्डिका स्वरूप → शक्ति की उपासना
भक्तगण → विवाह, पारिवारिक सुख, शक्ति की कामना
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रानी सती का मेला (Rani Sati Fair)
समय: भाद्रपद कृष्ण अमावस्या
स्थान: झुंझुनूं, राजस्थान
विशेषता: लाखों श्रद्धालुओं की भीड़
गतिविधियाँ: भजन, कीर्तन, दादीजी की आरती
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वर्तमान स्थिति (Present Scenario)
राजस्थान सरकार द्वारा → सती पूजा, महिमा मंडन पर रोक
धार्मिक पहचान अब → आस्था स्थल और सांस्कृतिक धरोहर
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यात्रा गाइड (Travel Guide)
कैसे पहुँचे:
झुंझुनूं रेलवे स्टेशन नजदीक
जयपुर, सीकर, चुरू से रोड कनेक्टिविटी
सर्वश्रेष्ठ समय: मेला काल (भाद्रपद अमावस्या)
नजदीकी स्थल:
कानोरीजी का मंदिर
झुंझुनूं किला
सारांश (Summary)
रानी सती मंदिर झुंझुनूं में स्थित है। रानी सती, जिन्हें दादीजी भी कहा जाता है, का नाम नारायणी बाई था। अपने पति तिनधन दास की मृत्यु पर सती होने से जुड़ी कथा के कारण यह मंदिर आस्था का केंद्र बना। यहाँ हर साल भाद्रपद कृष्ण अमावस्या को विशाल मेला लगता है।
FAQs – Rani Sati Temple Jhunjhunu
Q1. रानी सती का असली नाम क्या था?
नारायणी बाई।
Q2. रानी सती को और किस नाम से जाना जाता है?
दादीजी।
Q3. रानी सती का विवाह किससे हुआ था?
तिनधन दास से।
Q4. रानी सती का मेला कब लगता है?
भाद्रपद कृष्ण अमावस्या पर।
Q5. मंदिर किस जिले में स्थित है?
झुंझुनूं, राजस्थान।
Table: Quick Facts – Rani Sati Temple
जानकारी (Info) | विवरण (Details) |
नाम (Name) | नारायणी बाई (Rani Sati / Dadi Ji) |
पति (Husband) | तिनधन दास |
परिवार (Family) | 13 स्त्रियाँ सती हुईं |
रूप (Form) | चण्डिका स्वरूप |
मेला (Fair) | भाद्रपद कृष्ण अमावस्या |
स्थान (Location) | झुंझुनूं, राजस्थान |
वर्तमान स्थिति (Current) | सती पूजन पर रोक, परंतु आस्था स्थल के रूप में |